हे मां शारदे..



 हे मां शारदे..

हे मां शारदे तेरी स्तुति करूं वंदन करूं 
तेरे चरणों में अपना सर्वस्व अर्पण करूं
 
हे हंस वाहिनी , वीणा वादिनी मां 
तेरी महिमा का गुणगान करूं मैं 

तू स्वर की देवी , हर आखर है तुझसे
है ज्ञान की देवी ,सब कुछ है तुझसे

बसंत पंचमी जन्मदायिनी तेरी
है श्वेत वस्त्र धारिणी ,सर पर मुकुट

पदमा सनी, पुस्तक धारिणी मां
तेरे ज्ञान के पिपासु है यह दुनिया

सब पर कृपा तू बरसाती है
चाहे अमीर हो ,या चाहे गरीब

वह जीवन में कभी ना हारे
जिसने तुझे भज लिया

तू तारणहार मां सबकी
हे मां सरस्वती तुझे बारंबार प्रणाम

लेखक : राजेश सातपते 


 

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