बसंती हवाओं का मौसम आया

 



 बसंती हवाओं का मौसम आया

बसंती हवाओं का मौसम आया
हवा ने पेड़ के पत्तों को गिराया,
पतझड़ बन गये सब पेड़
सूखे पत्तों का बन गया ढेर,
हवा बिखेर रही मुस्कान
बिन पत्ते के उदास बागवान,
आमके पेड़ में मंजर आया
हवाओं में सुगंध भर आया,
पेड़ में निकल रहे हैं कोमल पत्ते
पतझड़ पेड़ फिर से मुस्काया,
बसंती हवाओं--------------२।

आया बसंत पंचमी का बहार
साथ में लाया खुशियाॅ॑ हजार,
विद्यालय में सरस्वती पूजा मनाएॅ॑गे
मां शारदे का जय जयकार लगाएॅ॑गे,
बसंती हवाओं----------------२।

लाया होली का त्योहार
एक- दूसरे को लगाएंगे रंग- गुलाल,
साथ में होगी सखियाॅ॑ दो- चार
हॅ॑सी -मजाक की होगी बौछार,
बनेंगे सुन्दर स्वादिष्ट पकवान
आएॅ॑गे घर में बहुत मेहमान,
सब मिल मनाएंगे होली का त्योहार
मुॅ॑ह से निकलेंगे गीत सदा बहार।
बसंती‌ हवाओं----------------२।

लेखक : राजेश सातपते 

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