प्रेम कविता
“ क्यू नहीं “
अगर उसका मुझसे दगा करना गलत है...
तो मेरा उसे भूल जाना सही क्यू नहीं...
जब वो किसी और पर मर सकता है,
तो मेरा किसी और को पसंद करना सही क्यू नहीं...
हाँ, उसकी याद मूझे आज भी तड़पती है...
पर मेरी वफाएं उसे याद क्यु नहीं...
इश्क करूँ मैं उससे ये फैसला बेशक़ मेरा था...
पर वफाएं तो कभी उसनेभी की थीं..
ये याद उसे अब क्यू नहीं...
-
राशिका

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